यह ब्लॉग खोजें

रविवार, 6 मई 2012

अभी तो युद्ध शेष है

अभी तो युद्ध शेष है ,अभी तो युद्ध शेष है
विशाल चक्रव्यूह में हुवा अभी प्रवेश है
अभी तो युद्ध शेष है...........


कुरीति पर प्रहार है,निःशब्द तीव्र वार है
समग्र क्रांति का पुनः ,उदय हुवा विचार है
विशेषता को छोड़ कर ,निकल पड़ा विशेष है
अभी तो युद्ध शेष है..............


ये अस्मिता का युद्ध है,अनीति के विरुद्ध है
निः शस्त्र सैन्य साथ ले ,प्रयाण पर प्रबुद्ध है
ये राष्ट्र शुद्धी यज्ञ का,पवित्र श्री गणेश है
अभी तो युद्ध शेष है.....................


विचर रहे हैं जो निडर ,उगल रहे हैं जो जहर
हृदय में अग्नि जल उठी ,है विषधरों को देखकर
सुसुप्त था अभी तलक ,सजग हुवा खगेश है
अभी तो युद्ध शेष है..........................


अभी तो है प्रथम चरण ,हुवा है राष्ट्र जागरण
पुनीत शंखनाद से ,चकित है भ्रष्ट आचरण
है अन्धकार थक गया ,निकल रहा दिनेश है
अभी तो युद्ध शेष है........................

निरख अतुल्य सारथी,विकल हुवे महारथी
है देखना बुझे नहीं ,ये जागरण की आरती
समय के पृष्ठ पर लिखा ,ये क्रांति का सन्देश है
अभी तो युद्ध शेष है..........................


सुबह का धैर्य चुक गया,है अन्धकार झुक गया
हवा का रंग देख कर, ये कालचक्र रुक गया
निकल पड़ो बहादुरों ,पुकारता स्वदेश है
अभी तो युद्ध शेष है...................