यह ब्लॉग खोजें

बुधवार, 3 अगस्त 2011

समझोते को सार्वजनिक करें

वैसे जहाँ तक मुझे पता है ये समझोता १९९९ तक सार्वजानिक नहीं किया जा सकता था
लेकिन अब कोई प्रतिबन्ध नहीं है
और जब कोई प्रतिबन्ध नहीं है
तो फिर इसको सार्वजानिक करने से कोई भी सरकार कतरा क्यू रही है

1 टिप्पणी:

  1. मुझे तो लगता है समझोटे मैं जरूर कोई अपमानजनक बाते होगी, जिससे
    देश के कथित पुराने नेता बदनाम हो जाएगे, जिसका सीधा असर देश के इतिहास ओर वर्तमान राजनीति पे होगा, इसलिये सारी सरकारे जो भी सत्ता मैं आयी इस पे चुप है ॥

    जवाब देंहटाएं